Monday, January 7, 2008

जियो और जीने दो , भगवान महावीर का सदेश है । जो आज के इस भोतिक वादी विश्व मे बहुत प्रसंगी है । हर प्राणी जीना चाहता है , हमे किसी भी प्राणी के प्राणों को आघात नही पहुचाना चाहिए । आज अपने शारीर मे एक कांटा मात्र लगने से कितना दर्द होता है , उसी प्रकार हम किसी प्राणी के प्राण लेते है तो उसको कितना दर्द होता होगा । हर प्राणी को जीने का अधिकार है , हम उसका अधिकार नही लेसकते .
जय जय्जिनेंदर ८४००००० लाख वर्ष का एक पुर्वाग

Friday, January 4, 2008

चांदी १९७०० के भाव पर खरीदो

Thursday, January 3, 2008

अनीति का धन रहता नही , चाहे चोर लेजाये या व्यापर मे घाटा आ जाय , या जल जाय अर्थात ये न कें न प्रैकरण वह धन टिकता नही हे .