Tuesday, March 11, 2008
Monday, January 7, 2008
जियो और जीने दो , भगवान महावीर का सदेश है । जो आज के इस भोतिक वादी विश्व मे बहुत प्रसंगी है । हर प्राणी जीना चाहता है , हमे किसी भी प्राणी के प्राणों को आघात नही पहुचाना चाहिए । आज अपने शारीर मे एक कांटा मात्र लगने से कितना दर्द होता है , उसी प्रकार हम किसी प्राणी के प्राण लेते है तो उसको कितना दर्द होता होगा । हर प्राणी को जीने का अधिकार है , हम उसका अधिकार नही लेसकते .
Friday, January 4, 2008
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